आधिकारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र का गठन 24 अक्तूबर 1945 में किया गया था। इसका पूर्ववर्ती लीग ऑफ नेशन्स 1919 में इसी प्रकार का युद्दोत्तर स्थितियों में बनाया गया था। लीग ऑफ नेशन्स का प्रयोजन अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने और शान्ति और सुरक्षा प्राप्त करना था। इसका अंत द्वितीय विश्वयुद्ध रोकने में उसका विफलता के कारण हुआ। संयुक्त राष्ट्र शब्द का निर्माण सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट (Franklin D. Roosevelt) द्वारा किया गया था और 1 जनवरी 1942 को 26 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों द्वारा धुरी शक्तियों (Axis Powers) के विरुद्ध संघर्ष जारी रखने की प्रतिबद्धता के रूप में सामूहिक प्रतिज्ञा में पहले प्रयुक्त किया गया था।
24 अक्तूबर 1945 को दक्षिण अफ्रीका में 51 देशों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर अथवा घोषणापत्र (Charter) पर हस्ताक्षर किए। चार्टर चीन, इंगलैंड, सोवियत संघ और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों द्वारा तैयार किए गए मसौदे के आधार पर तैयार किया गया। संयुक्त राष्ट्र की मुख्य भूमिका शान्ति और सुरक्षा, विकास और मानव अधिकारों को प्रोत्साहित करना था। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का प्रयोजन युद्ध रोकने, देशों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध विकसित करने और अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान के लिए अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने के लिए प्रभावकारी और सामूहिक प्रयास करना था। सयुक्त राष्ट्र का प्रयोजन सभी सदस्य राष्ट्रों के लिए सुसंगत बनाना होना चाहिए।
इस समय 193 प्रभुसत्ता सम्पन्न राज्य हैं जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं जो वास्तव में सभी राष्ट्र-राज्य हैं। संयुक्त राष्ट्र ऐसा स्थान भी है जहाँ देश उभयनिष्ठ समस्याओं का समाधान करने के लिए साथ आते हैं। संयुक्त राष्ट्र ऐसा मार्ग बनाने के लिए है जिसके माध्यम से देश साथ-साथ सहयोग करते हैं और एक ऐसी अन्तर्राष्ट्रीय शासन प्रणाली की संरचना करते हैं जो सभी को स्वीकार्य है और सभी का जीवन स्तर सुधारने में सहायता करती है।
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Source :- Globalization_and_Environment_book_med-008_ignou
बहुत सुंदर लेख राजू जी।
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